Wednesday, 2 March 2016

Balance Sheet In Hindi बैलेंस शीट क्या होती है?

एक दिए गए समय पर एक व्यापार या संगठन की संपत्तिदेनदारियोंऔर पूँजी (Share Capital) के  विवरण को बैलेंस शीट कहते हैं। आम तौर पर इसे कंपनी या संगठन के वित्तीय वर्ष के अंत में जारी किया जाता हैबैलेंस शीट को Profit and Loss Account यानी लाभ हानि खाते के बाद तैयार किया जाता हैबैलेंस शीट में मुख्य रूप से निम्न घटक होते हैं :
Balance Sheet in Hindi बैलेंस शीट क्या होती है
Balance Sheet in Hindi
Current Assets चालू परिसंपत्तियां : मुख्य रूप से नगदीबैंक  बैलंसएडवांसकच्चा माल जैसे मद इसमें आते हैं.
Investmentsनिवेश : कंपनी द्वारा किये गए किसी भी तरह के निवेश.
Property, Plant and Equipment प्रॉपर्टीप्लांट तथा इक्विपमेंट :  इन्हें Fixed Assets फिक्स्ड एसेट्स भी कहते हैंभूमिभवनमशीनेंऑफिस इक्विपमेंटगाड़ियां फर्नीचर आदि इस मद में गिने जाते हैंइन्हें Tangible Assets भी कहते हैंइसका हिंदी अर्थ होगा मूर्त संपत्ति यानी ऐसी संपत्ति जिसे देख छु सकते हैं.
Intangible Assets अमूर्त संपत्तियांऐसी संपत्ति जिसे देख छू नहीं सकतेकंपनी की गुडविल या साख कंपनी की Intangible Assets अमूर्त संपत्तियां हैइसके अलावा Copyrights कॉपीराइट, Patents पेटेंट,  Trademarks ट्रेडमार्क्स, Brand names ब्रांड, Domain names डोमेन का नाम भी  Intangible Assets अमूर्त संपत्तियों के उदाहरण हैंयहाँ आपको बता दें कि अक्सर कम्पनियां बैलेंस शीट में Intangible Assets अमूर्त संपत्तियां अपनी सही कीमत पर नहीं दिखा पातींआप ही बताइए गूगलफेसबुक और फ्लिप्कार्ट के जमाने में आप इन Intangible Assets अमूर्त संपत्तियों की सही वैल्यू कैसे लगा सकते हैं?
Current Liabilities चालू देनदारियां : अधिकतर इस मद में वह खर्चे और देनदारियां होती हैं जो बैलेंस शीट बनाने की तारीख को देय हो चुके हैंजैसे वेतनमजदूरियाँदेय इनकम टैक्सदेय ब्याज आदि.
Long Term Liabilities लम्बी अवधि की देनदारियां : लम्बी अवधि के ॠण, Bond  बॉंड आदि इस मद में होंगे.
यहाँ आपको बता दें कि बैलेंस शीट में हमेशा संपत्तियों और देनदारियों (शेयर पूँजी मिला करका टोटल बराबर ही होगा.
मैंने यहाँ कोशिश की है की आसान हिंदी में Balance Sheet in Hindi बैलेंस शीट क्या होती हैसमझाया जा सकेइसे कैसे पढ़ा जाता है और किसी भी कंपनी  की बैलेंस शीट देख कर उस कंपनी की सेहत का कैसे पता लगाया जाए यह अगले किसी लेख में दिया जाएगाआपको यह लेख कैसा लगा टिपण्णी करके जरूर बताएं.

No comments:

Post a Comment